unit 1..hindi bhasha/ugc net jrf/अव्ययः-
कुछ शब्दों के रूप में
लिंग, वचन, काल,कारक आदि के कारण कोई भी परिवर्तन या विकार उत्पन्न न
हो उन्हे अव्यय कहते है ।
उदाहरण 1) जब मैं जाऊँगा तब वह आएगा ।
पहचान- धीरे, अब, वाह, आदि अव्ययो के प्रयोग के उदाहरण है ।
उदाहरण 1 )
वाह अब सुनीता धीरे -
धीरे चलने लगी है ।
2) मैं भी आपके साथ जाऊँगा ।
3) राम और श्याम सहोदर भाई है ।
अव्यय के भेद - अव्यय के
प्रमुख 4 भेद
होते है :
1)
क्रिया
विशेषण
2)
सम्बन्ध
बोधक
3)
समुच्चय
बोधक
4)
विस्मय
बोधक
1)
क्रिया
विशेषण - जिस अव्यय से क्रिया विशेषण या अन्य क्रिया विशेषण की विशेषता प्रकट हो, उसे क्रिया विशेषण अव्यय कहते है।
उदाहरण-
1)
राम
धीरे - धीरे पढ़ता है ।
2)
वह कल
अवश्य आएगा ।
3)
उसके
पास पर्याप्त धन है ।
क्रिया विशेषण के भेद 1 )
रूप के आधार पर - तीन
भेद है ।
1.मूल क्रिया विशेषण ii
) यौगिक क्रिया विशेषण iii
) कारण क्रिया विशेषण
2) प्रयोग के आधार पर - तीन भेद है ।
i) साधारण क्रिया विशेषण ii ) अनुबद्ध क्रिया विशेषण iii
) संयोजक क्रिया विशेषण
3) अर्थ के आधार पर - 4 भेद है ।
i) स्थान वाचक क्रिया विशेषण
ii) काल वाचक क्रिया विशेषण
iii) परिमाण वाचक क्रिया विशेषण
iv) रीति वाचक क्रिया विशेषण
2)
सम्बन्ध
बोधक अव्यय जिन अव्ययो से दो पदों के बीच परस्पर सम्बन्ध सूचित हो , उसे सम्बन्ध बोधक अव्यय कहते है ।
जैसे i )
पुरुषार्थ के बिना जीवन
सम्भव नही ।
ii)
तुम्हारे बिना में कुछ
नहीं । (और, ताकि, किन्तु )
3.
समुच्चय बोधक जो अव्यय
दो पदों , दो उपवाक्यों या दो वाक्यो को परस्पर जोड़ते है , उन्हे समुच्चय बोधक अव्यय कहते है....
उदाहरण 1) ईमानदारी और परिश्रम उन्नति के लिए आवश्यक है ।
2) परिश्रम करो ताकि जीवन सफल हो सके ।
समुच्चय बोधक अव्यय के
भेद - 1 ) समानाधिकरण
बोधक अव्यय । 2 ) व्यधिकरण बोधक अव्यय ।
3)
विस्मय
बोधक जो अव्यय हर्ष , उल्लास , शोक , दुःख , घृणा आदि मनोभावो को सूचित करते है , उन्हे विस्मयादि बोधक अव्यय कहते है ।
उदाहरण . 1) वाह! क्या खुबसूरत गुलदस्ता है ।
2)
अरे ! तुम्हे अक्ल नही ।
3) छिः छिः ! इतना घृणित व्यवहार । 4 )
ओह ! आप तो पास हो गए ।
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