हिंदी साहित्य में अस्मिता तथा विमर्श शब्दों
की अवधारँणा और इतिहास। UGC//NET JRF//
आधुनिक हिंदी गद्य साहित्य में अस्मिता और
विमर्श शब्दों का प्रयोग आज साधारण बात हो चुकी है। लोक साहित्य में इन शब्दों का
महत्व आज बहुत बड़ा है। लोक साहित्य में आज खासकर स्त्री विमर्श, दलित
विमर्श और आदिवासी विमर्श को विशेष महत्व दिया जाता रहा है।
विमर्श और अस्मिता शब्द का अर्थ, इसके
परिभाषा तथा महत्व को समझना आज बेहद जरूरी है।
इस
विषय में अधिक जानकारी हेतु इस PDF को क्लिक करें।
क्लिक करें।
बी.ए.एच.डी.सी.सी.3
खंड -5 BAHD CC - 3 Block
- 5
Odisha
State Open University Sambalpur
BAHD
BACHELOR OF ARTS ( HONOURS ) IN HINDI
हिंदी साहित्य का इतिहास ( भाग -2 )
अस्मिता विमर्श : स्त्री , दलित एवं आदिवासी
स्त्री विमर्श,
दलित विमर्श,
आदिवासी विमर्श,
No comments:
Post a Comment